उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव 2026 अब नज़दीक आ चुका है और ग्रामीण क्षेत्रों में माहौल गर्माने लगा है। चुनाव की सरगर्मी अभी से महसूस की जा रही है और प्रत्याशी अपने-अपने स्तर पर प्रचार-प्रसार शुरू कर चुके हैं। सोशल मीडिया, जनसंपर्क और बैठकों के माध्यम से उम्मीदवार मतदाताओं तक पहुँचने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
इसी क्रम में गाज़ीपुर जनपद के ज़मानियां तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत कटया (Kataya) भी अब राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बन गई है। यहाँ ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य (BDC) के चुनाव को लेकर गांव में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
पिछले चुनाव की झलक
मई 2021 में जब पिछली बार पंचायत चुनाव हुए थे, तब कटया ग्राम पंचायत से कई प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आज़माई थी। 2011 की जनगणना के अनुसार ग्राम कटया की कुल आबादी 4797 थी और इसमें कुल मतदाताओं की संख्या 3782 दर्ज की गई थी। ऐसे में बड़ी संख्या में प्रत्याशियों ने अपनी उम्मीदवारी पेश की थी।
उस समय प्रमुख उम्मीदवारों में रामजी राजभर, रमेश राजभर और बब्लू यादव थे। कड़ा मुकाबला देखने को मिला और अंततः ग्राम प्रधान पद पर श्रीमती बिंदु यादव विजयी रहीं। लोगों ने उम्मीद जताई थी कि गाँव में नए प्रधान के नेतृत्व में विकास की दिशा में ठोस काम होगा।
कटया ग्राम प्रधान चुनाव 2026 की तैयारी और नई हलचल
अब 2026 का पंचायत चुनाव सामने है और इस बार का मुकाबला और भी दिलचस्प नज़र आ रहा है। चुनाव की घोषणा भले ही अभी न हुई हो, लेकिन प्रत्याशियों ने सोशल मीडिया के ज़रिये अपना प्रचार अभियान पहले से ही तेज कर दिया है।
ग्राम प्रधान पद के साथ-साथ क्षेत्र पंचायत (BDC) सदस्य पद के लिए भी कई नाम सामने आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर सक्रिय उम्मीदवारों में बब्लू राजभर, रामसम्हारे राजभर राजभर और शिवबचन राजभर प्रमुख हैं। ये सभी उम्मीदवार अपने-अपने क्षेत्र में लोगों से मिलकर समर्थन जुटा रहे हैं और गांव के विकास का दावा कर रहे हैं।
ग्राम प्रधान चुनाव: दिलचस्प होगा मुकाबला
कटया पंचायत में सबसे दिलचस्प मुकाबला ग्राम प्रधान पद को लेकर होने वाला है। पिछली बार जनता ने बड़ी उम्मीदों के साथ वोट डाले थे और सोचा था कि गाँव में बुनियादी सुविधाओं, सड़कों, शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर ठोस काम होगा।
लेकिन, ग्रामीणों का मानना है कि पिछले कार्यकाल में वांछित विकास नहीं हो पाया। यही कारण है कि अब जनता अपने वोट को लेकर और भी जागरूक है। इस बार उम्मीदवारों को केवल वादों पर नहीं बल्कि अपने कार्य और विश्वसनीयता पर जनता को भरोसा दिलाना होगा।
चुनावी समीकरण और जातीय संतुलन
ग्राम पंचायत चुनावों में जातीय समीकरण का विशेष महत्व होता है। कटया पंचायत में सबसे अधिक संख्या राजभर समाज की है, जिनकी राजनीतिक भागीदारी लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा यादव, राय, ब्राह्मण और अन्य पिछड़े वर्ग के लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं।
पिछले चुनाव में यादव प्रत्याशी को बढ़त मिली थी, लेकिन इस बार राजभर समाज के कई उम्मीदवार सक्रिय हो चुके हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या राजभर समाज एकजुट होकर अपने प्रत्याशी को समर्थन देगा या वोटों का बिखराव होगा।
चुनाव में मुख्य मुद्दे
कटया ग्राम पंचायत में इस बार चुनाव सिर्फ जातीय समीकरण पर नहीं बल्कि विकास के मुद्दों पर भी लड़ा जाएगा। ग्रामीणों की प्रमुख समस्याओं में –

सड़क और नाली की व्यवस्था
शिक्षा और विद्यालयों की स्थिति
स्वास्थ्य सेवाओं की कमी
बेरोजगारी और युवाओं का पलायन
किसानों की समस्याएँ और सिंचाई व्यवस्था

ग्रामीणों का कहना है कि केवल जातीय समर्थन के आधार पर चुनाव जीतने वाले उम्मीदवार अब दोबारा आसानी से जीत दर्ज नहीं कर पाएंगे। जनता अब चाहती है कि जो भी प्रत्याशी जीते, वह गांव की बुनियादी समस्याओं पर काम करे और अपने कार्यकाल का हिसाब दे।
सोशल मीडिया की बढ़ती भूमिका
इस बार के पंचायत चुनाव में सोशल मीडिया की भूमिका अहम मानी जा रही है। पहले जहाँ प्रत्याशी केवल चौपाल, जनसभाओं और घर-घर जाकर प्रचार करते थे, वहीं अब फेसबुक, व्हाट्सऐप और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर भी प्रचार-प्रसार हो रहा है।

युवाओं में सोशल मीडिया का प्रभाव अधिक है, और यही कारण है कि प्रत्याशी अपनी लोकप्रियता दिखाने और अपने काम को उजागर करने के लिए इन माध्यमों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
ग्रामीणों की उम्मीदें और चुनौती
कटया ग्राम पंचायत के लोग इस बार चाहते हैं कि नया प्रधान गांव की असल समस्याओं को प्राथमिकता दे। सड़क, बिजली, पानी और शिक्षा जैसी बुनियादी जरूरतों के साथ-साथ बेरोजगारी दूर करने और युवाओं को अवसर देने पर भी फोकस हो।
लेकिन चुनौती यह है कि हर उम्मीदवार वादे तो करता है, पर चुनाव जीतने के बाद उन वादों को निभा पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में जनता अब बहुत सतर्क है और सही उम्मीदवार को चुनने के लिए सोच-समझकर वोट डालेगी।
निष्कर्ष
UP पंचायत चुनाव 2026 के लिए कटया ग्राम पंचायत अब पूरी तरह से तैयार नज़र आ रही है। जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आएंगे, वैसे-वैसे प्रचार-प्रसार और तेज होगा और नए उम्मीदवार भी मैदान में उतरेंगे।
यह कहना गलत नहीं होगा कि इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प और प्रतिस्पर्धी होने वाला है। अब देखना यह है कि जनता किसे अपना आशीर्वाद देती है और कौन उम्मीदवार कटया ग्राम पंचायत का नया नेतृत्व संभालता है।